सरकार गोवंश संरक्षण एवं पशु चिकित्सा सेवाओं को सशक्त बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत


*उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने हाजीपुर चौहट्टा में नवीन आवासीय गोवंश चिकित्सा केंद्र का किया शिलान्यास*

*डिप्टी सीएम ने आवासीय गौवंश चिकित्सा केंद्र के लिए 01 लाख रूपये की धनराशि की दान*

*पशुपालकों को गुणवत्तापूर्ण पशु चिकित्सा सेवाएं सुलभ होंगी और गोवंशों की होगी समुचित देखभाल : श्री केशव प्रसाद मौर्य*

लखनऊ: 07 अप्रैल 2025। उत्तर प्रदेश  के उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने अलीगढ़ के हाजीपुर चौहट्टा में राधारमण गौसेवा समिति के सौजन्य से स्थापित कराए जाने वाले नवीन आवासीय गौवंश चिकित्सा केंद्र का विधिवत शिलान्यास किया। यह केंद्र गोवंशों के संरक्षण, चिकित्सा एवं देखरेख के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त होगा। उपमुख्यमंत्री  ने अपने उद्बोधन के दौरान गौवंश चिकित्सा केंद्र को स्वेच्छा से 01 लाख रूपये की धनराशि दान देने की घोषणा करते हुए चिकित्सा केंद्र के लिए भूमि दान करने वाले परिवारों का आभार प्रकट किया। उन्होंने गौमाता के प्रतीक पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। समारोह के उपरांत मुख्य अतिथि, जनप्रतिनिधियों, समिति सदस्यों ने पुरोहितगणों द्वारा किए जा रहे मंत्रोचार के साथ गौवंश चिकित्सा केंद्र की आधारशिला रखी। 


इस अवसर पर श्री मौर्य ने कहा कि सरकार गोवंश संरक्षण एवं पशु चिकित्सा सेवाओं को सशक्त बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। नवीन केंद्र के निर्माण से क्षेत्रीय पशुपालकों को आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं सुलभ होंगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार गोवंश संरक्षण को सर्वाेच्च प्राथमिकता दे रही है। मोबाइल एम्बुलेंस सेवा भी संचालित की जी रही है। इस नवीन केंद्र के निर्माण से पशुपालकों को गुणवत्तापूर्ण पशु चिकित्सा सेवाएं सुलभ होंगी और गोवंशों की समुचित देखभाल सुनिश्चित हो सकेगी। यह केंद्र आवासीय सुविधा से युक्त होगा, जिससे चिकित्सकों और कर्मचारियों को चौबीस घण्टे सेवा देने में सुविधा होगी।

उप मुख्यमंत्री  ने कहा कि विकास, कानून व्यवस्था, गरीब कल्याण के कार्यों के साथ ही माताओं-बहनों की सुरक्षा हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता में है। प्रदेश सरकार द्वारा हमारे युवाओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए अच्छे-अच्छे कार्य किए जा रहे हैं। गौसेवा आयोग बहुत सारे ऐसे प्रयास कर रहा है कि गौवंश पालन कोई घाटे का सौदा नहीं हैं। रासायनिक उर्वरकों के प्रयोग होने वाली पैदावार से हमारे स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है, वहीं गाय के गोबर एवं मूत्र से तैयार जैव उर्वरकों के प्रयोग से उत्पन्न पैदावार से शरीर रोगमुक्त रहता है। निरोगी काया के लिए गौमाता का पालन-पोषण, संरक्षण एवं संवर्धन जरूरी है। 


केंद्र व प्रदेश सरकार गौवंश के संरक्षण, संवर्धन एवं सुरक्षा के लिए संकल्पित है। सरकार की ओर से गौवंश संरक्षण एवं सेवा में कोई कमी न रहे, इसके लिए कई कदम उठाने के साथ ही सार्थक उपाय भी किए जा रहे हैं। प्रदेश में प्रत्येक न्याय पंचायत में गौवंश आश्रय स्थल बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि एक समय था, जब देश की अर्थव्यवस्था गौवंश पर आधारित थी। दूध के साथ ही खेती-बाड़ी एवं सिंचाई में गौवंशों का उपयोग करते थे, परन्तु आधुनिक मशीनी युग में हमारी प्राथमिकताएं बदल गईं, हर घर को दूध चाहिए, परन्तु गाय कोई नहीं पालना चाहता। गौसरंक्षण एवं संवर्धन के लिए प्रदेश सरकार द्वारा सहभागिता योजना संचालित की गई है, जिसके लिए गाय के भरण-पोषण के लिए प्रतिदिन प्रति गाय 50 रूपये भी गौपालक को दिए जा रहे हैं। 


इस अवसर पर मा0 सांसद श्री सतीश कुमार गौतम, मा0 एमएलसी डा0 मानवेन्द्र प्रताप सिंह, चौ0 ऋषिपाल सिंह, मा0 विधायक कोल श्री अनिल पाराशर, जिलाध्यक्ष श्री कृष्णपाल सिंह, महानगर अध्यक्ष इंजी0 राजीव शर्मा, जिला महामंत्री पं0 शिव नारायण शर्मा, चौ0 देवराज सिंह, सीडीओ प्रखर कुमार सिंह, नगर आयुक्त विनोद कुमार, डीडीओ आलोक आर्य, पीडी भाल चन्द त्रिपाठी, सीवीओ डा0 दिवाकर त्रिपाठी, स्वामी श्री पूर्णानन्द पुरी जी, गोपेश कृष्णदास जी महाराज, रमाकान्त उपाध्याय, सुनील निमाना, सुभाष लिटिल, सुमित सर्राफ, श्रीमती लाजेश वार्ष्णेय एवं अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारीगण व समिति सदस्य उपस्थित रहे। 

बी एल यादव 

सहायक निदेशक,

सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग विभाग, उत्तर प्रदेश



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