बलिया : अग्निकाण्ड की घटनाओं से बचाव के लिए एडवाइजरी जारी

बलिया। अपर जिलाधिकारी श्री अनिल कुमार ने सर्वसाधारण को सूचित किया है कि जनपद में ग्रीष्म ऋतु प्रारम्भ हो गयी है। इस ऋतु में ग्रामीण आंचल/शहरी क्षेत्र में अग्निकाण्ड की अधिकांश घटनायें होती रहती हैं। इन घटनाओं को न्यून किए जाने तथा अग्निकाण्ड की घटनाओं से बचाव के लिए निम्न बातों का ध्यान रखें :-

* फसल कटान के बाद अवशेष को खेतों में न जलाये।

* तेज हवाओं के समय चूल्हे/भट्ठी पर भोजन न पकायें।

* जलती हुई माचिस की तीली या अधजली बीड़ी और सिगरेट को इधर-उधर न फेंके।

* खाना बनाते समय ढीले-ढाले और पॉलिस्टर के कपड़े न पहनें।

* बच्चों की पहुंच से माचिस, स्टोव, पटाखें, एसिड आदि दूर रखें।

* आग पकड़ने वाली खाद्य सामग्री और पैकेट बंद सामान को सिलेंडर और चुल्हे से दूर रखें।

* बिजली के उपकरणों यथा-पंखा, ए.सी., कूलर, फीज, हीटर, इंडक्शन को चेक करते रहें तथा बीच-बीच में उनकों बंद कर दें व अपने घरों में बिजली उपकरणों से सुरक्षा के लिए एम.सी.बी. लगवायें।

* सार्वजनिक स्थानों, ट्रेनों और बसों में ज्वलनशील पदार्थ न ले जाएं।

* कार्यालय परिसर में यदि आग की घटना हो जाये तो निकटम उपलब्ध निकास मार्गों/सीढ़ियों का उपयोग करें तथा बाहर जाते समय यह सुनिश्चित कर लें, कि कोई व्यक्ति छूट न जाये।

* यदि कपड़ों में आग लग जाये तो स्टॉप, ड्राप एण्ड रोल करें।

* किसी भी इमारत से बाहर निकलने के दो रास्ते जानिए।

* कभी भी आग के सामने खड़े न हों, हमेश धुऐं के नीचे रहने की कोशिश करें।

* अपना मुँह गीले कपड़े से ढक्कर रखने की कोशिश करें।

* किसी भी कारण से जलती हुई इमारत में दोबारा न जायें।

* सीढ़ियों और गलियारों को अव्यवस्थित न करें, क्योंकि वह आपके भागने के रास्ते हैं।

* क्षेत्र में आग लगी की घटना होने पर तुरंत स्थानीय पुलिस और अग्निशमन विभाग को सूचित करें।

* पैट्रोलियम पदार्थों (पेट्रोल/डीजल/कैरोसीन) से लगी आग को बुझाने के लिए हमेशा बालू, फायर एक्सटिंग्विशर का प्रयोग करें।

* स्वास्थ्य विभाग, पुलिस विभाग, राजस्व विभाग, अग्निशमन विभाग से सम्बन्धित महत्वपूर्ण अधिकारियों के दूरभाष नम्बरों या टोल फ्री नम्बर-102/108, 112, 1077, 101 को जानें तथा किसी भी प्रकार की घटनाओं पर सहायता के लिए सम्पर्क करें।



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