सादा जीवन उच्च विचार की भावनाओं को परिभाषित करते थे विक्रमादित्य पांडे


बलिया। एक छोटे से अति पिछड़े गांव बसुधरपाह में 1 जुलाई 1945 में उनका जन्म हुआ था, उनके पिताजी का नाम स्वर्गीय जगन्नाथ पांडे और माता का नाम समरातो देवी था, प्राथमिक शिक्षा गांव के सेट पुरास तथा बसरिकापुर से मैट्रिक और दुबहर से इन्टर तक की शिक्षा ग्रहण की, टाउन डिग्री कॉलेज से बीकॉम की डिग्री तथा गोरखपुर विश्वविद्यालय से स्नातक किया। सबसे पहले शिवपुर इंटर कॉलेज में अध्यापक की नौकरी किए, उसके बाद नगवा इंटर कॉलेज में प्रधानाध्यापक नियुक्त किए गए, साथ ही राजनीतिक जीवन सर्वप्रथम 1965-66 में ग्राम सभा के प्रधान पद पर नियुक्त हुए, उसके उपरांत 1972 में बेलहरी ब्लॉक के लगातार तीन बार प्रमुख रहे। 

1984-85 में पहली बार बलिया विधानसभा के विधायक बने तथा लगातार तीन बार विधायक रह कर एक कीर्तिमान स्थापित किया,1989 में पहली बार उत्तर प्रदेश में मुलायम सिंह जी के नेतृत्व में बनी सरकार में नगर विकास मंत्री के रूप में शपथ लिया, साथ ही 2002 में पहली बार विधान परिषद के सदस्य चुने गए अपने कुशल राजनीति तथा साफ सुथरी छवि के चलते अपने नेता मुलायम सिंह यादव जी के अति करीबी भी अनवरत बने रहे, 14 जनवरी 2007 को लखनऊ में दिल का दौड़ा पड़ने के कारण उनका उनका स्वर्गवास हो गया और बतौर मुख्यमंत्री माननीय मुलायम सिंह यादव जी ने बलिया आकर के उन्हें कंधा देकर अंतिम विदाई दी। 

विक्रमादित्य पांडे जी अपने राजनीतिक जीवन में बलिया के सर्वांगीण विकास के लिए बहुत से अनगिनत कार्य कराये जिनमें मुख्य रूप से बलिया नगर की सड़कों का चौड़ीकरण, पहली बार हॉट मिक्स प्लान्ट से नगर की सड़को का निर्माण, गंगा पर पुल का निर्माण, बसरिकापुर में बालिका इंटर कॉलेज, नगवा में बालिका डिग्री कॉलेज, मंगल पांडे का स्मारक, भृगु मंदिर का जीर्णोधार, नगर में सीवर प्लांट, बसंतपुर में आयुर्वेदिक हॉस्पिटल, वसुघरपाह में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, दुबहर में विद्युत उप केंद्र, नगर की सभी मलिन बस्तियों में नाली खरंजा का पहली बार निर्माण तथा कई जगह पानी टंकी का निर्माण कर विकास पुरुष कहलाए आज भी बलिया उनके द्वारा किए गए विकास कार्यों की सराहना करके उन्हें याद करता है, जनता से सीधे मिलने का तथा गरीब लोगों की मदद करना उनकी आदत थी क्योंकि पेशे से अध्यापक होने के कारण अपने से छोटों को चेला कहकर पुकारते थे और लोग उन्हें गुरु जी कहते थे। 



14 जनवरी उनके पुण्यतिथि पर हर वर्ष टाउन हॉल बापू भवन में उनकी सर्वदलीय श्रद्धांजलि सभा के रूप में मनाई जाती है जिसमें सभी दल के नेता आकर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं। ऐसे व्यक्तित्व के धनी स्वर्गीय विक्रमादित्य पांडे जी को उनकी 18वीं पुण्यतिथि पर परिवर्तन चक्र परिवार की ओर से सादर नमन्.......




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