दुबहर, बलिया। शिक्षक दिवस के मौके पर कन्या प्राथमिक विद्यालय नगवा में आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बतौर मुख्य अतिथि बेसिक शिक्षा अधिकारी मनीष कुमार सिंह ने कहा कि भारत की संस्कृति गुरु शिष्य परंपरा पर आधारित रही है। शिक्षक– समाज के निर्माता और मार्गदर्शक हैं। उन्होंने महान शिक्षाविद, दार्शनिक एवं भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के संबंध में बताते हुए कहा कि 1962 में जब डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी भारत के राष्ट्रपति बने तब उनके शिष्यों ने उनके जन्मदिन को मनाने का अनुरोध किया तो उन्होंने कहा कि मेरे जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाए ताकि समाज के सर्वांगीण विकास की भूमिका निभाने वाले शिक्षकों का सम्मान तिथि को मिलता रहे। तब से यह परंपरा शुरू हुई और आजतक 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के मौके पर ही शिक्षकों को अनेक प्रकार के पुरस्कारों से नवाजा जाता है।
इस मौके पर विशिष्ट अतिथि दुबहर के खंड शिक्षा अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने कन्या प्राथमिक विद्यालय के सभी अध्यापकों को धन्यवाद देते हुए कहा कि इस विद्यालय में पठन-पाठन की व्यवस्था विभाग के मानकों के अनुरूप गुणवत्ता पूर्ण रही है। इस विद्यालय के बच्चों को पढ़ने के लिए शिक्षकों की मांग पर स्मार्ट बोर्ड की व्यवस्था कराई जाएगी।
इस मौके पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक धीरेंद्र शुक्ला सहित समस्त शिक्षकों ने बेसिक शिक्षा अधिकारी एवं खंड शिक्षा अधिकारी को स्मृति चिन्ह एवं अंग वस्त्रम देकर सम्मानित किया। इसके बाद मुख्य अतिथि बेसिक शिक्षा अधिकारी एवं विशिष्ट अतिथि खंड शिक्षा अधिकारी ने विद्यालय के समस्त शिक्षकों शिक्षिकाओं सहित अन्य विद्यालयों के उत्कृष्ट शिक्षकों को भी सम्मानित किया। कार्यक्रम के दौरान विद्यालय की छात्र-छात्राओं ने सरस्वती वंदना एवं स्वागत गीत प्रस्तुत कर सभी अतिथियों को भाव विभोर कर दिया।
इस अवसर पर बेसिक शिक्षा अधिकारी मनीष सिंह, खंड शिक्षा अधिकारी पंकज सिंह, यूपी बडौदा बैंक के शाखा प्रबंधक सौरभ चौबे, व्यायाम शिक्षक अजीत सिंह, पंकज सिंह, डॉ अब्दुल अव्वल, अल्ताफ अहमद, विद्यासागर गुप्ता, विकास चौबे, अनिल श्रीवास्तव, भावना सिंह, नीतू तिवारी, गीत पाठक, आरती चौबे, श्वेता तिवारी, संतोष कुमार सहित अनेक लोग मौजूद रहे। संचालन श्वेता तिवारी एवं प्रधानाध्यापक धीरेंद्र कुमार शुक्ला ने किया।
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