बलिया : परिषदीय स्कूलों में बच्चों का रोली टीका से किया जाएगा स्वागत


बलिया। ग्रीष्मकालीन छुट्टी 24 जून को समाप्त हो रही है, यानि 25 जून से परिषदीय स्कूल खुलेंगे। इसको लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। बच्चे जब विद्यालय पहुंचेंगे तो टीका लगाकर उनका स्वागत किया जाएगा। पहले दिन मध्यान्ह भोजन में हलवा या खीर बच्चों को परोसा जाएगी। इस संबंध में बेसिक शिक्षा अधिकारी मनीष कुमार सिंह ने विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को निर्देश दिए हैं।

बीएसए ने कहा है कि 28 जून से बच्चों के लिए स्कूल खुलेंगे, लेकिन शिक्षकों के लिए विद्यालय 25 जून को ही खुल जायेंगे। स्कूलों  में पठन-पाठन आरम्भ होने से पहले ही छात्र-छात्राओं को एक स्वच्छ एवं स्वस्थ वातावरण उपलब्ध कराये जाने के लिए विद्यालय स्तर पर तैयारियों कर ली जाय। चाइल्ड फ्रेंडली वातावरण सृजित करने के लिए विद्यालयों की रंगाई पुताई, साफ-सफाई, गुब्बारे, झण्डियां तथा रंगोली बनाकर साज-सज्जा से विद्यालयों में उत्सव जैसा माहौल बनाया जाय। विद्यालय आने पर बच्चों का स्वागत किए जाने से बच्चों में एक विशिष्टिता का भाव एवं विद्यालयों से लगाव उत्पन्न होगा, जिसके फलस्वरूप विद्यालय में उनकी नियमित उपस्थिति तथा पठन-पाठन आदि गतिविधियों में सक्रियता एवं रूचि विकसित होगी।

बीएसए ने कहा है कि ग्रीष्मावकाश में विद्यालय परिसर की समुचित साफ-सफाई कराते हुए विद्यालय को सुन्दर एवं आकर्षक बनाया जायेगा। घास-फूस एवं जंगली पौधों की सफाई करायी जायेगी। साथ ही कक्षा-कक्षों की फर्श, दीवारें, खिड़की, दरवाजे, ब्लैक बोर्ड आदि की सफाई करायी जायेगी। कक्षाओं के फर्नीचर, उपकरण, स्टेशनरी, टीएलएम, पुस्तकें आदि की भी साफ-सफाई करायी जायेगी। भण्डार कक्ष, पानी की टंकी, किचन, वाशरूम, प्रयोगशाला, लाइब्रेरी, आदि की सफाई एवं विसंक्रमित कराया जायेगा। 28 जून को विद्यालय को फूल पत्तों, रंगोली, झंडियों, गुब्बारों आदि से सजाया जाएगा और विद्यालय आने वाले बच्चों को रोली-टीका लगाकर स्वागत किया जाएगा। उस दिन मध्याहन भोजन में बच्चों के लिए रूचिकर हलवा, खीर आदि बनाया जायेगा।

दो दिन समर कैम्प : 

28 से 29 जून तक विद्यालय प्रातः 7:30 से 10 बजे तक संचालित किए जायेंगे। इस दौरान परिषदीय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में छात्र-छात्राओं को पर्यावरण के संबंध में जागरूक करते हुए समर कैम्प का आयोजन कराया जाएगा। बच्चों को विद्यालयी वातावरण से सहज होने तथा भावनात्मक रूप से सुदृढ़ करने के लिए शिक्षकों द्वारा बच्चों के साथ विषयवस्तु से सम्बन्धित विभिन्न गतिविधियों के साथ ही पठन गतिविधियां करायी जायें। बच्चों में पढ़ने की आदत विकसित करने के उद्देश्य से विद्यालयों में उपलब्ध करायी गयी लाइब्रेरी बुक्स पढ़ने के लिये बच्चों को प्रेरित किया जाएगा।

डिजिटल रजिस्टर्स पर एमडीएम संग दर्ज होगी बच्चों की हाजिरी : 

अध्यापकों द्वारा डीबीटी के लिए छात्र-छात्राओं एवं अभिभावकों का विवरण प्रेरणा पोर्टल पर दर्ज करते हुए उनका आधार सत्यापन किया जाएगा। पंजिकाओं के सरलीकरण तथा टेक्नोलॉजी आधारित डिजिटल माध्यम से व्यवहृत किये जाने हेतु प्रेरणा पोर्टल पर डिजिटल रजिस्टर्स नाम से नया मॉड्यूल विकसित किया गया है। समस्त परिषदीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 28 जून, 2024 से छात्र उपस्थिति पंजिका एवं एमडीएम पंजिका को डिजिटल रूप में ही व्यवहृत करते हुये सूचना पोर्टल पर अपलोड की जाएगी।

शत-प्रतिशत उपस्थिति के लिए होगी बैठक : 

माता, पिता, अभिभावक, समुदाय के लोग एवं प्रभावशाली व्यक्तियों के साथ विद्यालय स्तर पर बैठक आयोजित की जाएगी। इसमें क्षेत्र के बच्चों का शत-प्रतिशत नामांकन तथा विद्यालय में नामांकित बच्चों की नियमित उपस्थिति पर चर्चा कर उनका सहयोग प्राप्त किया जाएगा। बैठक में विभागीय कार्यक्रमों/गतिविधियों के बारे में जानकारी दी जाएगी। इसमें शिक्षा के महत्व, बच्चों के नामांकन तथा नियमित उपस्थिति, होम बेस्ड शिक्षा, निपुण लक्ष्यों, सामुदायिक सहभागिता, ऑपरेशन कायाकल्प, बालिका शिक्षा, दिव्यांग बच्चों, गुणवत्ता परक शिक्षा आदि विषयों पर जागरूक कर लाभकारी प्रयासों को जनसमुदाय तक पहुंचाकर जन-आदोलन का वातावरण सृजित किया जाएगा। साथ ही शिक्षा की नयी तकनीकों जैसे दीक्षा आदि कार्यक्रमों और होम बेस्ट शिक्षा के बारे में भी बताया जाएगा।

बच्चों का कक्षावार समूह बनाकर तैयार करावें परियोजना व मॉडल : 

बच्चों का कक्षावार समूह बनाकर विभिन्न विषयों पर परियोजनाओं व मॉडलों आदि को तैयार कराया जाएगा। बच्चों की परियोजना, मॉडल व कलाकृतियों की प्रदर्शनी आयोजित की जाए, जिसमें बच्चों द्वारा अभिभावकों के सामने बच्चों के समूह द्वारा बनायी गयी परियोजनाओं, मॉडलों व कलाकृतियों के विषय में जानकारी प्रदान की जायेगी। नृत्य, संगीत, नाटक, स्टोरी टेलिंग, पोस्टर एवं निबन्ध प्रतियोगिता आदि कार्यक्रमों का आयोजन किया जाए, जिसमें माता-पिता, अभिभावक व समुदाय के लोगों तथा प्रभावशाली व्यक्तियों को अनिवार्य रूप से आमंत्रित किया जाए। बच्चों द्वारा किये गये रचनात्मक कार्यों का प्रदर्शन आमंत्रित लोगों के सम्मुख किया जाएगा।

एक जुलाई से बदल जायेगा स्कूल संचालन का समय : 

एक जुलाई से विद्यालय अपने नियमित समय अर्थात् प्रातः 7:30 बजे से 1:30 बजे तक संचालित होंगे तथा अध्यापकों द्वारा नियमित पठन-पाठन का कार्य सुचारू रूप से सम्पादित किया जाएगा।



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