पेड़ पौधों वनों की अंधाधुंध कटाई के नुकसान, वृक्षों के महत्त्व और वृक्षों के संवर्धन, संरक्षण के प्रति जनमानस के जागरूकता हेतु एक विशेष काव्य प्रस्तुति :-
1. ऐसे न काटो वृक्षों को
वृक्ष हमारे जीवन दाता
इनसे ही संसार है जिंदा
ये संसार के भाग्य विधाता।
2. वृक्षों से सुख शांति है मिलती
इनसे ही हरियाली है
यही सृष्टि को जीवन देते
इनसे ही खुशहाली है ।।
3. पशु पक्षी को दिए आसरा
सब जीवों को वास दिए
हम मानव भी इनपर निर्भर
सुख समृद्धि की आस दिए।
4. जन्म से लेकर मृत्युकाल तक
वृक्षों पर हम निर्भर हैं
जड़ से लेकर छाल, पत्र तक
वृक्ष सही विश्वंभर हैं ।।
5. वृक्ष धरा का ताप घटाते
रोग व्याधि संताप मिटाते
देते शीतलता, जल, छाया
प्राणवायु भंडार बढ़ाते।।
6. वृक्ष बिना न जीवन संभव
धरा बनेगी कोरी बंजर
काल का ग्रास बनेंगे हम सब
होगा चहुओर मौत का मंजर।।
7. सूखेंगे सब ताल तलैया
नदी झील झरने न होंगे
बिना वृक्ष बरसात न होगी
बिन वर्षा मरने ही होंगे।।
8. जब जीवन ही नही रहेगा
तब क्या करोगे सब घर बार
जिन कारणों से वृक्ष काटते
वही बनेंगे मृत्यु आधार ।।
9. सड़क रेल घर शहर गांव सब
रह जाएंगे यहां बेजान
हरी भरी यह वसुंधरा तब
बन जायेगी कब्रिस्तान ।।
10. अभी समय है अभी से जागो
अंधाधुंध पेड़ न काटो
वन, वृक्षों का करो संरक्षण
पांच लगाओ तब इक काटो।।
11. घर बाहर सब वृक्ष लगाओ
धरा का आंचल हरा बनाओ
वृक्षों पर अब छोड़ के आरा
संवर्धन का संकल्प उठाओ।।
12. जन्म विवाह व सालगिरह हो
इस अवसर पर वृक्ष लगाओ
हरा भरा परिवेश बनाकर
जीवन में खुशहाली लाओ।।
सुनील कुमार यादव ✍️
जिला मलेरिया अधिकारी, बलिया।
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