बलिया : आजाद भारत की प्रथम महिला नागरिक राजमाता राजवंशी देवी की मनाई गई 62वीं पुण्यतिथि


बलिया। जनपद बलिया (उत्तर प्रदेश) के पूर्वी व आखिरी छोर पर थाना-दोकटी, विकासखंड-मुरली छपरा अंतर्गत छोटा सा गांव रामपुर दलनछपरा है। बरसों पहले इसी गांव के निवासी बाबू हरिनंदन सहाय के संतान के रूप में एक पुत्री का जन्म हुआ माता-पिता ने उसका नाम राजवंशी रखा आगे चलकर यही राजवंशी राजमाता राजवंशी देवी हो गई क्योंकि इनका शुभ विवाह देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद के साथ हुआ था।

आज 12 मई 2024 को राजमाता राजवंशी देवी की 62वी पुण्यतिथि अपराजिता सरस्वती राजवंशी देवी बालिका जूनियर हाई स्कूल के प्रांगण में आहत मन से मनाई गई। इसी प्रांगण में देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद एवं उनकी धर्म पत्नी राजमाता राजवंशी देवी की युगल आदमकद प्रतिमा बोरे में बंद होकर बरसों से अपने अनावरण का इंतजार कर रही है।

आज से लगभग 25 वर्ष पूर्व युगल आदमकद प्रतिमा की स्थापना ग्राम सभा रामपुर के तत्कालीन प्रधान स्वर्गीय सर्वदेव प्रसाद उर्फ चुन्नू जी  द्वारा किया गया था तब से लेकर आज तक ऐसे विभूतियों की युगल आदमकद प्रतिमा अपने अनावरण का इंतजार कर रही है, परंतु हमारे महान देश के किसी भी माननीय के पास इतना समय नहीं है कि इस प्रतिमा का अनावरण कर सके। ग्रामवासी तो अपने स्तर से अथक प्रयास करते चले आ रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे लेकिन धन्य है हमारे माननीय जिनके पास इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए समय नहीं है।

आज तक न जाने कितनी सरकारे गई और आई आगे भी आती- जाती रहेगी बहुत सारे माननीय ने तो आश्वासन भी दिया फिर भी अपने स्वयं के द्वारा दिए गए आश्वासन को भी पूरा न कर सके।

इस अवसर पर आदर्श ग्राम विकास संस्थान के सचिव मनीष कुमार श्रीवास्तव, विद्यालय के प्रधानाचार्य अभिषेक कुमार श्रीवास्तव, राजवंशी देवी बाल विद्यालय की प्रधानाचार्य अंजली श्रीवास्तव, पंडित विजेंद्र शर्मा, उमेश जी, चंद्रभान सिंह, राजाराम एवं पूर्व प्रधान टुनटुन गोड आदि गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में 62वीं पुण्यतिथि मनाई गई सभा की अध्यक्षता रजनीश कुमार श्रीवास्तव उर्फ कन्हैया जी ने किया तथा सभा का संचालन सुजान श्रीवास्तव उर्फ राहुल ने किया।






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