ब्रेन ट्यूमर एक खतरनाक बीमारी है। कई बार यह मस्तिष्क के बड़े हिस्से को प्रभावित करता है तो कभी-कभी ये पूरे मस्तिष्क पर ही असर डालता है। इसके कुछ लक्षण साफ नजर आते हैं।
ब्रेन ट्यूमर के शुरुआती लक्षण : मस्तिष्क और उसके आसपास की कोशिकाओं की असामान्य वृद्धि को ब्रेन ट्यूमर कहा जाता है। समय पर इसपर ध्यान नहीं देने से यह जानलेवा भी हो सकता है। चिंता की बात ये है कि ब्रेन ट्यूमर किसी भी उम्र में हो सकता है। हालांकि ब्रेन ट्यूमर होने से पहले शरीर में कई लक्षण नजर आते हैं। इन लक्षणों को जानना, पहचानना और फिर उनका उपचार करवाना बेहद जरूरी है। यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि ट्यूमर के प्रकार और उपचार के मामले में बच्चों के ट्यूमर वयस्कों से अलग होते हैं। पिछले कुछ सालों में दुनियाभर में कम उम्र में ब्रेन ट्यूमर के मामले बढ़ते जा रहे हैं।
1. सिरदर्द : सिरदर्द ब्रेन ट्यूमर का सबसे आम लक्षण है। ट्यूमर मस्तिष्क में दबाव डालता है, जिससे सिरदर्द हो सकता है। यह सिर दर्द लगातार होता है और काफी तेज होता है। कई बार तो यह दर्द निवारक दवाओं से भी ठीक नहीं होता है। अगर सिरदर्द बार-बार इसी पैटर्न के साथ आ रहा है तो इसपर ध्यान दें।
2. मतली और उल्टी : मस्तिष्क में दबाव बढ़ने से मतली और उल्टी भी हो सकती है। यह बिना किसी स्पष्ट कारण के हो सकती है, खासतौर पर सुबह के समय। कई बार ऐसा तेज बुखार के साथ भी होती है। यह उस स्थिति में होता है जब मस्तिष्क के एक निश्चित स्थान पर ट्यूमर बढ़ता है। ऐसे में यह ऊतकों को दबाता है।
3. दृष्टि में बदलाव : यदि ट्यूमर ऑप्टिक तंत्रिका या मस्तिष्क के दृष्टि से संबंधित क्षेत्रों को प्रभावित करता है, तो इसका असर आंखों में पड़ता है। यह धुंधली दृष्टि, दोहरी दृष्टि, दृष्टि का नुकसान या दृष्टि के क्षेत्र में बदलाव का कारण बन सकता है।
4. सुनने में परेशानी : आमतौर पर उम्र बढ़ने के साथ-साथ सुनने की क्षमता कम होती जाती है। लेकिन अगर कम उम्र में ही यह परेशानी हो रही है तो यह गंभीर है। कई बार ब्रेन ट्यूमर के कारण भी सुनने की क्षमता खत्म हो जाती है। दरअसल, ट्यूमर के कारण मस्तिष्क की नसों पर दबाव बढ़ने लगता है। ऐसे में जब वेस्टिबुलर तंत्रिका पर दबाव पड़ता है तो इसके कारण तेज दर्द होता है और सुनने की क्षमता कम हो जाती है।
5. शरीर पर नियंत्रण खोना : ब्रेन ट्यूमर के 40 प्रतिशत मामलों में इसके लक्षण नजर आते हैं। इस स्थिति में व्यक्ति का शरीर पर नियंत्रण कम हो जाता है। वह होश खोने लगता है, उसका शरीर हिलने लगता है, मांसपेशियों में ऐंठन आने लगती है, जुबान लड़खड़ाने लगती है। विशेषज्ञों के अनुसार ब्रेन ट्यूमर के उपचार के दौरान भी अधिकांश लोग कम से कम एक बार इस स्थिति का सामना करते हैं।
साभार - thehealthsite.com
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