महाप्रबन्धक सुश्री सौम्या माथुर ने इज्जतनगर, लखनऊ एवं वाराणसी के वरिष्ठ सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर तथा सिगनल एवं दूरसंचार विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक


गोरखपुर, 30 अप्रैल, 2024: महाप्रबन्धक सभाकक्ष में 30 अप्रैल, 2024 को सिगनल एवं दूरसंचार विभाग की ‘‘सेफ्टी, रिलायबिलिटी एण्ड मेंटेनेंस प्रैक्टिसेज आफ सिगनल एण्ड टेलीकाम डिपार्टमेंट‘‘ विषय पर सेमिनार आयोजित किया गया, जिसमें इज्जतनगर, लखनऊ एवं वाराणसी के वरिष्ठ सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर तथा सिगनल एवं दूरसंचार विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित हुई। इस अवसर पर महाप्रबन्धक सुश्री सौम्या माथुर, अपर महाप्रबन्धक श्री दिनेश कुमार सिंह, प्रमुख विभागाध्यक्ष एवं वरिष्ठ रेल अधिकारी उपस्थित थे।

सेमिनार को सम्बोधित करते हुये महाप्रबन्धक सुश्री सौम्या माथुर ने सिगनल एवं दूरसंचार विभाग द्वारा किये जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने संरक्षा पर जोर देते हुये कहा कि किसी भी प्रकार के शार्टकट्स से बचने की सलाह दी। महाप्रबन्धक ने सिगनल विभाग के अधिकारियों को अपने कर्मचारियों से निरन्तर मिलते रहने एवं उनका फीडबैक लेने की सलाह दी। उन्होंने सिगनल विफलता के रूट काज एनलिसिस पर बल दिया।

प्रमुख मुख्य सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर श्री राजेश कुमार पाण्डेय ने महाप्रबन्धक को सिगनल एवं दूरसंचार विभाग की वर्ष 2023-24 की उपलब्धियों, सिगनल विभाग द्वारा संरक्षा रिलायबिलिटी एवं मोबिलिटी को बढ़ाने हेतु उठाये जा रहे प्रयासों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2023-24 में सिगनल एवं दूरसंचार विभाग में विगत वर्ष की तुलना में 8.55 प्रतिशत विफलतायें कम हुई हैं, जिसके कारण गाड़ियों का सुचारू रूप से संचलन करने में मदद मिली है। वर्ष 2023-24 में सिगनल एवं दूरसंचार विभाग द्वारा अभी तक सर्वाधिक स्टेशनों पर इलेक्ट्रानिक इन्टरलाॅकिंग का प्रावधान किया गया है। साथ ही पूर्वोत्तर रेलवे में पहली बार एक वर्ष में 04 स्टेशनों पर 200 रूट से ज्यादा इलेक्ट्रानिक इन्टरलाॅकिंग की कमीशनिंग की गई है। साथ ही इस वर्ष छपरा जं. पर पूर्वोत्तर रेलवे के सर्वाधिक 407 रूट वाले स्टेशन की कमीशनिंग की गई तथा पूर्वोत्तर रेलवे पर 295 स्टेशनों, 330 समपार फाटक/सीमित ऊँचाई के सब-वे पर इन्डोर/आउटडोर टर्मिनल के राइटिंग, पेटिंग एवं वेरिफिकेशन का कार्य पूर्ण किया गया। श्री पाण्डेय ने कहा कि इस वर्ष कुल 22 समपारों की इंटरलाॅकिंग की गई एवं 63 समपारों पर पैदल उपरिगामी पुल का प्रावधान किया गया, साथ ही पीलीभीत-शाहगढ़ सेक्शन पर 24 रूट किमी. ओ.एफ.सी. एवं पीलीभीत-माला सेक्शन पर 13 रूट किमी. क्वाड की कमीशनिंग की गई तथा 26 नये स्टेशनों पर फायर अलार्म का प्रावधान किया गया। 

इस अवसर पर अपर महाप्रबन्धक, वरिष्ठ उप महाप्रबन्धक, प्रमुख मुख्य वाणिज्य प्रबन्धक, प्रमुख मुख्य परिचालन प्रबन्धक, प्रमुख मुख्य सामग्री प्रबन्धक, प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर, प्रधान वित्त सलाहकार, प्रमुख मुख्य चिकित्सा निदेशक, प्रमुख मुख्य संरक्षा अधिकारी एवं मुख्य ट्रैक इंजीनियर ने भी बहुमूल्य सुझाव दिये। उक्त आशय की जानकारी पंकज कुमार सिंह, मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी सम्पादक/ब्यूरो प्रमुख, गोरखपुर ने दी।





     

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