बलिया। माननीय प्रधानमंत्री जी सपना 2025 में क्षय रोग मुक्त हो भारत अपना। महामहिम माननीय राज्यपाल/अध्यक्ष इण्डियन रेड क्रॉस सोसायटी उत्तर प्रदेश आनंदीबेन पटेल एवं उप मुख्यमंत्री/स्वास्थ्य मंत्री/सभापति इण्डियन रेड क्रॉस सोसायटी उत्तर प्रदेश श्री बृजेश पाठक जी के आह्वान पर जिलाधिकारी/अध्यक्ष इण्डियन रेड क्रॉस सोसायटी बलिया के निर्देशन में मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के सभागार में दिनांक-17/10/23 दिन मंगलवार को मुख्य चिकित्साधिकारी/उपाध्यक्ष इण्डियन रेड क्रॉस सोसायटी बलिया डॉ. विजय पति द्विवेदी की उपस्थिति में जिला क्षय रोग अधिकारी/सचिव इण्डियन रेड क्रॉस सोसायटी बलिया डॉ. आनन्द कुमार के द्वारा गोष्ठी एवं इण्डियन रेड क्रॉस सोसायटी बलिया द्वारा गोद लिए गए मरीजों को पोषण पोटली का वितरण किया गया। इस मौके पर वर्ष 2025 तक टी०बी० रोग को देश से ख़त्म करने का संकल्प भी दोहराया गया।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विजय पति द्विवेदी ने कहा कि टीबी लाइलाज बीमारी नहीं है, हम सबके प्रयासों से इसका समूल उन्मूलन किया जा सकता है। जनपद में टीबी के मरीजों का बेहतर इलाज सरकारी चिकित्सालय में किया जा रहा है। सबसे खास यह है कि मरीज को अपना सम्पूर्ण इलाज कराना होगा यदि एक भी दिन वह दवा खाने से चूकता है तो यह उसके लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है। उन्होंने रेड क्रॉस सोसायटी बलिया की सराहना करते हुए कहा कि रेड क्रॉस जनपद में निरंतर ही अच्छा कार्य कर रही है, इसी क्रम में आज रेड क्रॉस द्वारा 60 नये मरीजों को गोद लिया गया है, एवं उन्हें पोषण पोटली दी गई है। पूर्व में भी रेड क्रॉस द्वारा 169 मरीजों को गोद लिया गया है, जिनमें 69 मरीज पूर्ण रूप से स्वस्थ हो गये हैं तथा 100 मरीजों को पोषण पोटली दी गई है। इसके लिए उन्होंने रेड क्रॉस टीम बलिया को बधाई दी।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. आनन्द कुमार ने कहा कि दो हफ्ते से खांसी और बुखार आना टीबी रोग का प्रमुख लक्षण हैं। इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। वहीं जिन्हे दो हफ्ते से अधिक खांसी आ रही हो या खाँसने पर बलगम के साथ खून आ रहा हो तो उन्हें तत्काल जिला टीबी चिकित्सालय में अपने बलगम की जाँच करानी चाहिए। उन्होंने बताया कि समय से रोग का पता चल जाने से टीबी को ठीक किया जा सकता है।
इस दौरान बताया गया कि यदि कोई मरीज किसी वजह से बाहर जाता है तो सम्बन्धित चिकित्सालय से कार्ड लेकर रेफर बनवा लें ताकि कहीं भी जाने पर उसे दवाएं उपलब्ध हो सकें। मरीजों का खानपान अच्छा रखने के लिये उनके खाते में निश्चय पोषण योजना के तहत 500 रूपये की धनराशि भी प्रतिमाह दी जा रही है। पोषण पोटली (भुना चना, मूंगफली, गुड़, सत्तू, राजमा, सोयाबीन, प्रोटीन पाउडर) दिया गया।
इस अवसर पर जिला मलेरिया अधिकारी सुनील यादव, जिला समन्वयक शैलेंद्र पाण्डेय, उप-सभापति विजय कुमार शर्मा, डॉ पंकज ओझा, यादवेन्द्र दत्त मिश्र, गौरव राय, प्रदीप गुप्ता, आयुष्मान भारत जिला शिकायत प्रबंधक अनुपम सिंह, आशीष सिंह, विवेक, अवनीश चतुर्वेदी, सुमित कुमार, अजय प्रताप भारती, प्रेमजीत सागर, अभिषेक सिंह, अनुप कुमार, सी एफ आर से जय प्रकाश तिवारी एवं राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के समस्त कर्मचारी उपस्थित थे।
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