बलिया : चान पर तिरंगा फहरल बा, सुनि के पड़ोसी सहरल बा


बलिया। पारसनाथ उपाध्याय स्मृति ट्रस्ट सुखपूरा बलिया के तत्वाधान में टीडी कॉलेज चौराहा के समीप स्थित खोजो वे इंफ्रा सर्विसेज कार्यालय के सभागार में म्यूजिक प्लानेट द्वारा विलुप्त होती कजरी को जीवंत करने के उद्देश्य से कजरी संध्या का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन कर किया गया। आनंद जी वर्मा व बक्की भूषण ने सरस्वती वंदना कर स्वागत गीत भी प्रस्तुत किया। कजरी की शुरुआत जयप्रकाश यादव, सुनील सिंह व शशांक पांडेय ने संयुक्त रूप से मिर्जापुरी कजरी 'मिर्जापुर करी गुलजार हो' सुनाकर कार्यक्रम को गति प्रदान की। विशाल वर्मा, प्रदीप प्रजापति व श्याम वर्मा ने 'कैसे खेले जइबू सावन' में सुना कर वाही-वाही लूटी। प्राची तिवारी ने 'झूला झूले भोला दानी' कार्यक्रम में अमृत रस घोली। 

संगीत अध्यापक रजनीकांत कुशवाहा ने पारंपरिक कजरी प्रस्तुत की। श्याम वर्मा ने डूबे जोड़े मनवा भोले भजन सुना कर तालियां बटोरी। डा अरविंद उपाध्याय ने चांद पर झंडा अब भारत के फहरल सुनाकर रसमई प्रस्तुति दी।

डॉ नवचंद्र तिवारी ने भारत की उपलब्धि को रेखांकित करते हुए 'चान पर तिरंगा फहरल बा। सुनि के पड़ोसी सहरल बा' सुनाया तो उत्साहित होकर लोग जय हिंद के उदघोष के साथ तालियों से स्वागत किया व उन्होंने जब गांव के वर्तमान संदर्भ को उकरते हुए 'कैसे कहूं उन्हें साथियों प्रश्न हुआ यह भारी है। गांव छोड़कर शहर पलायन यह उपक्रम नित जारी है' सुनाया तो लोग झूमने लगे। 

इस दौरान पूजा, रिंकी, सरिता, काशी ठाकुर, मनियर इंटर कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्य रामेश्वर सिंह, नागा जी सरस्वती विद्या मंदिर मालदेपुरके पूर्व प्रबंधक अनिल सिंह, सहायक विकास अधिकारी समाज कल्याण विभाग के अनिल सिंह, पीडब्ल्यूडी के मनमोहन सिंह,एस एन पब्लिक स्कूल के प्रबंधक डॉ विनोद तिवारी, प्रधानाचार्य डॉ शशि प्रेम देव, कादंबिनी सिंह, फतेहचंद बेचैन, इंजी प्रभात उपाध्याय, श्री शिवजी, रोशन शुक्ला, दूरदर्शन कलाकार सुनील शर्मा आदि रहे।

कार्यक्रम की अध्यक्षता सतीश चंद्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य अभय शंकर सिंह ने किया। संचालन म्यूजिक प्लानेट के संस्थापक डॉ अरविंद उपाध्याय ने किया ने किया। आभार जया उपाध्याय ने किया।



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