गोरखपुर, 19 मार्च, 2023: सदस्य/इन्फ्रास्ट्रक्चर, रेलवे बोर्ड श्री आर.एन. सुनकर ने 19 मार्च, 2023 को महाप्रबन्धक सभा कक्ष, गोरखपुर में पूर्वोत्तर रेलवे पर चल रही परियोजनाओं की समीक्षा बैठक की। बैठक में महाप्रबन्धक, पूर्वोत्तर रेलवे श्री चन्द्र वीर रमण, अपर महाप्रबन्धक श्री ए.के.मिश्रा, पूर्वोत्तर रेलवे मुख्यालय के प्रमुख मुख्य विभागाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, मुख्य कारखाना प्रबन्धक/यांत्रिक कारखाना/सिगनल कारखाना/पुल कारखाना, गोरखपुर, रेल विकास निगम के कार्यकारी निदेशक एवं लखनऊ तथा वाराणसी मंडल के मुख्य परियोजना प्रबन्धक एवं वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में इंजीनियरिंग, निर्माण तथा संकेत एवं दूर संचार विभाग द्वारा पावर प्वाइंट प्रस्तुतीकरण के माध्यम से पूर्वोत्तर रेलवे पर चल रही परियोजनाओं की प्रगति से सदस्य/ इन्फ्रास्ट्रक्चर, रेलवे बोर्ड को अवगत कराया।
समीक्षा बैठक को सम्बोधित करते हुए सदस्य/इन्फ्रास्ट्रक्चर, रेलवे बोर्ड श्री आर.एन. सुनकर ने कहा कि सरकार की अपेक्षायें रेलवे से बहुत ज्यादा है। जिन पर हम सभी को मिलकर खरा उतरना है। उन्होंने कहा कि भारतीय रेल की स्थिति पहले से बहुत बेहतर हुई है। पहले एक वर्ष मेें एक हजार किमी. ट्रैक बनाने का कार्य हुआ करता था, आज प्रतिवर्ष लगभग पाॅच हजार किमी. ट्रैक बिछाये जा रहे हैं। आने वाले समय में प्रतिवर्ष दस हजार किमी. ट्रैक बनाने का लक्ष्य है। पूर्व में कोई प्रस्ताव यदि बोर्ड को भेजा जाता था तो उसे स्वीकृत होने में महीनों लग जाते थे। अब इस प्रकार के प्रस्ताव का अनुमोदन कई बार दिनों में या घंटों में हो जाता है। बजट की कोई समस्या नहीं है। ज्यादा से ज्यादा अधिकार महाप्रबन्धक एवं संबंधित अधिकारियों को प्रदान किये गये हैं ताकि इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास से संबंधित कार्य और तेजी से हो सकें, अधिकार के साथ जिम्मेदारियां भी बढ़ जाती हैं। उन पर खरा भी उतरना होगा। श्री सुनकर ने कहा कि आज हमें जनता की अपेक्षाओं को ध्यान में रखकर कार्य करना है। संरक्षा एवं परिचालन को बेहतर करने के लिये समपार फाटकों को समाप्त करना है, इस हेतु आर.ओ.बी./आर.यू.बी. बनाने के लिये पर्याप्त अधिकार दिये गये है। सिगनलिंग, विद्युतीकरण, दोहरीकरण एवं अन्य आधारभूत संरचना के कार्यों को निर्धारित समय सीमा में पूरा करना है। चुनौतियां बहुत ज्यादा है, जिसे हम सब को मिलकर पूरा करना होगा। उन्होंने कहा कि लोडिंग के लिये विशेष प्रयास करने होंगे, जिससे आय में बढ़ोत्तरी हो सके। गाड़ियों की गति बढ़ानी होगी, जिससे कम समय में हम यात्रियों एवं माल को गंतव्य तक पहुॅचा सके। हम सभी को अपनी सोच में बदलाव लाना होगा। सब साथ मिलकर एक टीम की तरह कार्य करेंगे तो कार्य आसान हो जायेगा। यहां पर सभी अपने क्षेत्रों के विशेषज्ञ एवं अनुभवी है। मिलकर कार्यों को तेजी से पूरा करें, जिससे आमजन को इसका लाभ मिल सके। आज सरकार की जो सोच एवं अपेक्षायें है उसे ध्यान में रखकर हम सभी को तेज गति से कार्यों को करते हुए रेलवे को आगे बढ़ाना है। अंत में अपने अनुभवों को साझा करते हुए उन्होंने बताया कि सम्पूर्ण भारतीय रेल पर अच्छे कार्य किये जा रहे हैं, इससे हमें सीखने की भी जरूरत है।
इसके पूर्व, महाप्रबन्धक, पूर्वोत्तर रेलवे श्री चन्द्र वीर रमण ने सदस्य/ इन्फ्रास्ट्रक्चर, रेलवे बोर्ड श्री आर.एन. सुनकर का स्वागत करते हुए कहा कि पूर्वोत्तर रेलवे यात्री प्रधान रेलवे है जहां हमें यात्रियों का विशेष ध्यान रखना होता है। पूर्वोत्तर रेलवे पर आधारभूत संरचना के विकास एवं विस्तार से संबंधित अनेक कार्य जैसे-दोहरीकरण, आमान परिवर्तन, विद्युतीकरण, नई लाइनों का निर्माण, स्टेशनों का उन्नयन, गाड़ियों की गति बढ़ाने से संबंधित कार्य तीव्र गति से हो रहे हैं। जिसमें पूर्वोत्तर रेलवे के सभी विभाग मिलकर कार्य कर रहे हैं।
इंजीनियरिंग विभाग की ओर से प्रमुख मुख्य इंजीनियर श्री रंजन ने पावर प्वाइंट प्रस्तुतीकरण किया। जिसमें संगठन चार्ट, लाइनों की स्थिति, निर्माणाधीन लाइनों, आमान परिवर्तन, रोड ओवर ब्रिज, रोड अण्डर ब्रिज, समपार फाटक, ट्रैक रिन्यूवल, स्क्रैप डिस्पोजल, लूप लाइन की स्पीड बढ़ाने, सेक्शनल स्पीड बढ़ाने, रेल वेल्ड विफलता को दूर करने, ट्रैक मशीन के कार्य एवं उसकी प्रगति, स्वीकृत पुल कार्य, स्टेशनों को प्रमुख उन्नयन कार्यों, गोरखपुर, काठगोदाम, गोण्डा, छपरा, गोमतीनगर स्टेशनों के उन्नयन की स्थिति, अमृत भारत स्टेशन योजना के अन्तर्गत स्टेशनों की स्थिति, कर्मचारियों की स्थिति तथा रिक्तियों पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला गया।
रेलवे विकास निगम लिमिटेड की तरफ से रेलवे की चल परियोजनाओं पर पावर प्वाइंट प्रस्तुतीकरण दिया गया। जिसमें बनारस-माधोसिंह-प्रयागराज खंड, फेफना-इंदारा-मऊ-शाहगंज खंड के दोहरीकरण की प्रगति, मऊ-ताड़ीघाट नई बड़ी लाइन की प्रगति, गाजीपुर में गंगा नदी पर रेल सह सड़क पुल के निर्माण की प्रगति, अन्य पुलों पर कार्यों की प्रगति, कमीशनिंग का लक्ष्य, लखनऊ-सीतापुर-पीलीभीत-लखीमपुर आमान परिवर्तन कार्यों की प्रगति, शाहगढ़-पीलीभीत कार्य की प्रगति, पीलीभीत टाइगर रिजर्व क्षेत्र से संबंधित कार्य की प्रगति से श्री सुनकर को अवगत कराया। निर्माण संगठन द्वारा किये जा रहे कार्यों जैसे कि कुसम्ही से गोरखपुर, डोमिनगढ़ तीसरी लाइन, गोण्डा-बुढ़वल तीसरी लाइन, छपरा-बलिया एवं सीतापुर-बुढ़वल के मध्य शेष खंडों का दोहरीकरण, इंदारा-दोहरीघाट आमान परिवर्तन, खलीलाबाद-बहराइच एवं सहजनवा-दोहरीघाट नई रेल लाइन समेत अन्य कार्यों की प्रगति एवं भविष्य के योजनाओं के बारे में पाॅवर प्वांइट प्रस्तुति के माध्यम से श्री सुनकर को अवगत कराया तथा संकेत एवं दूर संचार विभाग द्वारा पाॅवर प्वाइंट प्रस्तुतीकरण के माध्यम से चल रहे विकास कार्यों के प्रगति की जानकारी दी गई।
(पंकज कुमार सिंह)
मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी
सम्पादक/ब्यूरो प्रमुख, गोरखपुर।
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