बलिया : टीबी मरीजों की मददगार बनी निक्षय मित्र योजना


-जनपद में गोद लिये गए 2866 टीबी मरीजों में 1980 हुए स्वस्थ 

बलिया, 07 जनवरी 2023। जनपद के जगदीशपुर निवासी 42 वर्षीय शिव जी रावत टीबी से ग्रसित हैं। उनका कहना है कि स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सकों के परामर्श और इलाज के साथ ही स्वयंसेवी संस्था अतुल्य भारत ट्रस्ट से मिलने वाले पोषक आहार व भावनात्मक सहयोग से टीबी से उबरने में उनको बड़ी राहत मिल रही है। ट्रस्ट के प्रतिनिधि समस्याओं का निराकरण करते हैं, लगातार दवा एवं पौष्टिक आहार सेवन का सुझाव भी देते हैं।

इसी तरह रेवती निवासी 58 वर्षीय दीपक केसरी का कहना है कि कामेश्वर ट्रस्ट ने उन्हें गोद लिया है। ट्रस्ट के प्रतिनिधि हर माह हालचाल लेते हैं और टीबी के खिलाफ लड़ाई में उनका हौसला बढ़ाते हैं। हर माह पोषक आहार भी मिल रहा है। यह भी बताया जाता है कि नियमित दवा सेवन से जल्दी स्वस्थ हो सकते हैं।

जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ० आनन्द कुमार का कहना है कि जनपद में जनवरी 2022 से अब तक स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा 473 टीबी मरीजों को गोद लिया गया है। इसमें से 384 टीबी मरीज ठीक हो गये हैं, बाकी का इलाज चल रहा है। स्वयंसेवी संस्था गोद लिए गए मरीजों को हर माह पुष्टाहार उपलब्ध कराती हैं, साथ ही उनकी अन्य परेशानी का भी समाधान करते हैं। इसके अलावा उनके संपर्क में रहकर उनका ख्याल रखते हैं कि टीबी की लड़ाई में वह अकेले नहीं हैं वह सब भी उनके साथ हैं।

डॉ. आनन्द ने बताया कि टीबी मरीजों पर भावनात्मक सहयोग, पुष्टाहार और दवा का असर हो रहा है। इससे वह जल्दी स्वस्थ हो रहे हैं। अब तक 2866 गोद लिये गये मरीजों में से लगभग 1980 स्वस्थ हो चुके हैं। गोद लिए जाने वाले टीबी मरीजों में 1220 महिलाएं व 1646 पुरुष शामिल हैं। जिले की आठ समाजसेवी व अन्य संस्थाओं, 48 स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी तथा जिला स्तरीय अधिकारीगण एवं कर्मचारियों ने उन्हें गोद लिया है। 

निक्षय मित्र योजना :-

इस योजना के तहत कोई भी स्वयंसेवी संस्था, औद्योगिक इकाई या संगठन, राजनीतिक दल या कोई भी व्यक्ति टीबी के मरीज को गोद ले सकेगा, ताकि उसको सही पोषण के साथ भावनात्मक सहयोग भी मिल सके। निक्षय मित्र बनने वाले व्यक्ति या संस्था कम से कम एक वर्ष के लिए और अधिक से अधिक तीन साल के लिए किसी ब्लॉक, वार्ड या जिले के टीबी रोगियों को गोद लेकर उन्हें भोजन, पोषण, आजीविका के स्तर पर जरूरी मदद उपलब्ध करा सकते हैं। लोग सामाजिक दायित्व के तहत मरीजों के इलाज और खानपान का खर्च उठा सकेंगे। इस अभियान से जुड़ने के लिए निक्षय पोर्टल www.nikshay.in पर रजिस्टर कर सकते हैं।

जिला क्षय रोग अधिकारी ने जनपद वासियों से अपील की है कि क्षय उन्मूलन के लिए लोग सामने आएं और निक्षय मित्र बनकर क्षय रोगी को गोद लें और उनके इलाज पूर्ण होने तक उनका ध्यान रखें।



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