11 मरीजों को उपचार के लिए लखनऊ रवाना किया और 05 बच्चों का सफलतापूर्वक ऑपरेशन
बलिया। जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल ने स्माइल ट्रेन संस्था एवं राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत जन्मजात कटे होंठ व कटे तालू का नि:शुल्क ऑपरेशन व उपचार के पंजीकरण स्थान जिला अस्पताल, ट्रामा सेंटर में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए दिनांक 21 दिसम्बर को एक निःशुल्क कैंप का उद्घाटन किया। जिसमे 69 मरीजों का पंजीकरण किया गया। यहां पर उन्होंने जनपद के हर ब्लॉक से आए हुए उन बच्चों को उपहार दिए जिनके होंठ व तालू जन्म से कटे हैं। उन्होंने कहा कि जन्मजात कटे होंठ व तालू के मरीजों की समस्या व उनके निदान के लिये निःशुल्क चिकित्सा सुविधा को प्रदेश में प्रचारित-प्रसारित करने की आवश्यकता है।
जनपद बलिया में आयोजित तीन दिवसीय कैंप में आज 2 मरीजों का पंजीकरण और हुआ जिसमे सुजीत कुमार यादव निवासी शंकरपुर का पंजीकरण किया गया और ऑपरेशन की तारीख दी गयी बेबी ऑफ़ तान्या कुमारी जॉपलिंग गंज का भी पंजीकरण किया गया। कल दिनांक 23 दिसम्बर को भी पंजीकरण होगा जो मरीज कैंप में पंजीकरण से वंचित रह गए है वो अपना पंजीकरण अवश्य करवा ले।
जिलाधिकारी ने कहा कि यह सरकार की नि:शुल्क योजना है इससे उन बच्चों को लाभ मिलेगा जिनका जन्म से ही होंठ और तालू कटा है। जिलाधिकारी ने कहा कि यह शिविर अभी 23 दिसंबर तक और लगेगा। अतः जिले भर के सभी लोग यहाँ आकर अपना पंजीकरण करवाएं और इस संस्था का लाभ लें। जिलाधिकारी ने सभी ग्राम प्रधानों को निर्देश दिया कि अपने-अपने गांव से अधिक से अधिक संख्या में ऐसे मरीजों को ट्रामा सेंटर में लाकर पंजीकरण करवाएं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा- राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के आर बी एस के टीमे और स्माइल ट्रेन प्रोजेक्ट के निदेशक डा. वैभव खन्ना व उनके सहयोगी वरिष्ठ शल्य चिकित्सक डा. आदर्श कुमार सार्थक भूमिका निभा रहे हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि भविष्य में भी इस तरह के शिविर जनमानस की भलाई के लिए लगाए जाएँगे। उन्होंने निःशुल्क परीक्षण एवं पंजीकरण को सफल बनाने में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के डी0ई0आई0सी0 प्रबन्धक डा0 संतोष कुमार मिश्रा, मोबाइल हेल्थ टीमों, आशा कार्यकर्ताओं, स्वास्थ्य विभाग के समस्त कर्मचारियों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, समस्त ग्राम प्रधानों, शिक्षा विभाग के समस्त कर्मचारियों, हेल्थसिटी हास्पिटल-स्माइल ट्रेन प्रोजेक्ट के प्रोजेक्ट अवेयरनेस असिस्टेन्ट नीरज कुमार शर्मा, की भूमिका सराहनीय रही।
आर बी एस के नोडल अधिकारी डॉ वीरेंद्र कुमार ने कहा कि पूर्ण रूप से स्वस्थ बच्चे की मुस्कान ही उसका आत्मविश्वास जगाती है। यह जन्मजात विकार अन्य विकारों की अपेक्षा बच्चों में अधिक देखने को मिलता है। माता-पिता शुरूआती दौर में इस बीमारी को समझ नहीं पाते हैं। समय से उचित चिकित्सीय परामर्श न मिलने से इस बीमारी का इलाज मुश्किल हो जाता है। अगर जन्मजात कटे होंठ वाले पांच से छह माह तक के बच्चे और कटे तालू वाले बच्चे का इलाज जन्म के नव से दस माह के दौरान किया जाये तो बच्चे के चेहरे पर जीवन भर मुस्कान रहती है। यदि बच्चे की उम्र उसके आगे निकल गयी है तो भी सर्जरी हो सकती है लेकिन सही समय पर सर्जरी कराने से नतीजा सामान्य से ज्यादा अच्छा होता है। जन्मजात कटे होंठ व तालू की विकृति सर्जरी व अन्य उपचारों से पूरी तरह ठीक हो सकती है।
जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ आर बी यादव ने बताया कि –पंजीकरण की प्रक्रिया 22 दिसम्बर के बाद भी निरंतर जारी रहेगी जिसमें रोगियों का सम्पूर्ण इलाज निःशुल्क किया जायेगा। जो मरीज पंजीकरण का लाभ नहीं उठा पाए हैं,वह 23 दिसम्बर को अपना पंजीकरण करवा ले। अधिक जानकारी के लिए स्माइल ट्रेन संस्था के प्रतिनिधि नीरज कुमार शर्मा के मोबाइल नम्बर-9454159999 और 9565437056 एवं डी ई आई सी डॉ संतोष कुमार मिश्रा 8318060559, 9451510067 पर संपर्क स्थापित किया जा सकता है।
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