नहीं रहे सुप्रसिद्ध बाल रोग चिकित्सक और ओरल रिहाइड्रेशन सोल्यूशन के जन्मदाता डॉ दिलीप महालनोविस


1971 मे बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के दौरान शरणार्थी शिविरों में काम करते हुए ओरल रिहाइड्रेशन सोल्यूशन (O R S) चिकित्सा पद्धति का विकास कर हैजा पीडित लाखों जिंदगियाॅ बचाने वाले डॉ दिलीप महालनोविस का 21 अक्तूबर को निधन हो गया। निर्जलीकरण के लिए एक सरल, किफायती और प्रभावी उपाय के रूप में ओरल रिहाइड्रेशन सोल्यूशन (O R S) निदान पद्धति का सर्वप्रथम प्रयोग करने वाले डॉ दिलीप महालनोविस के निधन से चिकित्सा जगत में शोक की लहर व्याप्त है। O R S पानी, ग्लूकोज़ और नमक का एक साधारण घोल हैं, जो निर्जलीकरण की समस्या से निपटने का सबसे सरल और किफायती तरीका है। ज्ञान-विज्ञान, कला, साहित्य और समाज सुधार के क्षेत्र में अनगिनत विभूतियों को पैदा करने वाले पश्चिम बंगाल की उर्वर भूमि पर 12 नवम्बर 1934 मे पैदा हुए डॉ दिलीप महालनोविस ने कोलकाता और लंदन में अध्ययन किया। वर्ष 1960 के दशक में जाॅन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी इंटरनेशनल सेंटर फॉर मेडिकल रिसर्च एंड ट्रेनिंग का हिस्सा बने, जहाँ उन्होंने ओरल रिहाइड्रेशन थेरेपी में शोध किया। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा ओरल रिहाइड्रेशन थेरेपी उपचार पद्धति की गणना लाखों लोगों के जीवन को बचाने वाली चिकित्सा पद्धति के रूप में की जाती हैं। 1975 से 1979 तक डॉ दिलीप महालनोविस ने अफगानिस्तान, मिश्र और यमन में W H O के माध्यम से हैजा नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 1980 और 1990 के दशक में महालनोविस विश्व स्वास्थ्य संगठन के डायरिया रोग नियंत्रण में चिकित्साधिकारी थे। 

वर्ष 1994 में उन्हें राॅयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज में एक विदेशी सदस्य के रूप में चुना गया। 

वर्ष 2002 मे डा महालनोविस को ओरल रिहाइड्रेशन थेरेपी की खोज और कार्यान्वयन में उनके योगदान के लिए बाल चिकित्सा अनुसंधान में प्रथम पोलिन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वर्ष 2006 मे ओरल रिहाइड्रेशन थेरेपी के विकास और अनुप्रयोग में उनकी भूमिका के लिए प्रिंस महेदिल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। जिंदगी देने वाले के समतुल्य जिन्दगी बचाने वाले की भी भूमिका होती हैं। लाईफ सेविंग सोल्यूशन की दिशा में शानदार कार्य करने वाले डॉ दिलीप महालनोविस को शत-शत नमन करता हूँ और विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ।








मनोज कुमार सिंह प्रवक्ता 

बापू स्मारक इंटर काॅलेज दरगाह मऊ।



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