यूपी : बीजेपी काट सकती है 80 विधायकों के टिकट, दर्जनों की सीट होगी चेंज, पार्टी को सता रही दोबारा भगदड़ मचने की चिंता


यूपी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सोमवार को भाजपा की एक उच्च स्तरीय बैठक हुई। जिसमें पार्टी के आला नेताओं ने उम्मीदवारों के नाम को अंतिम रूप दिया। बता दें इस बार लगभग 80 मौजूदा विधायकों को टिकट नहीं मिलने की संभावना है। इसके अलावा लगभग एक दर्जन सीटें ऐसी होंगी जिसपर प्रत्याशी का बदलाव किया जाएगा।

पार्टी को भगदड़ की चिंता : बता दें कि भाजपा में बड़ी संख्या में टिकट कटने के चलते पार्टी को एक बार फिर से भगदड़ मचने की चिंता है। दरअसल इसके पहले ओबीसी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य कई भाजपा विधायकों के साथ समाजवादी पार्टी में जा चुके हैं। अब पार्टी को चिंता सता रही है कि मौजूदा विधायकों के टिकट कटने से कहीं एक बार फिर ना भगदड़ की स्थिति बन जाये।

सोमवार को हुई पार्टी की कोर कमेटी की बैठक दिल्ली में भाजपा मुख्यालय में हुई। इसमें गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल हुए। इसके बाद मंगलवार को उम्मीदवारों की लिस्ट को अंतिम रूप देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक होगी।

अंतिम तीन चरण के लिए प्रत्याशियों की सूची : बता दें कि भाजपा के राज्य की कुल 403 सीटों में से लगभग 380 सीटों पर चुनाव लड़ने की उम्मीद है। बाकी बची सीटें उसके सहयोगियों के खाते में आएंगी। जिसें अपना दल (एस) और निषाद पार्टी शामिल हैं। सोमवार को भाजपा की तरफ से सात चरणों के चुनाव के अंतिम तीन चरणों के लिए उम्मीदवारों को अंतिम रूप दिया गया। जिसमें 172 सीटें शामिल हैं। पार्टी पहले ही 197 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर चुकी है।

सूत्रों ने कहा कि भाजपा आलाकमान अधिक संख्या में मौजूदा विधायकों के टिकट काटने पक्ष में था। लेकिन हाल ही में तीन मंत्रियों और लगभग एक दर्जन विधायकों के पार्टी से बाहर होने के बाद, सावधानी बरती जा रही है।

भाजपा के सहयोगी दलों की बात करें तो अपना दल (एस) 2017 में 11 सीटों पर चुनाव लड़ी थी। लेकिन इस बार दोगुने से अधिक सीटों की मांग कर रहे हैं। निषाद पार्टी का भी यही हाल है। फिलहाल भाजपा कथित तौर पर अपना दल के लिए 2017 से दो-तीन अधिक सीटों से ज्यादा देने के मूड में नहीं है।

साभार- जनसत्ता



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