अटल बिहारी बाजपेयी व मदन मोहन मालवीय जी को भावपूर्ण श्रद्धांजलि

दो पुण्य आत्माओं का, आसान नही बखान।

देवतुल्य मदन मोहन मालवीय कहलाये, अटल ने बढ़ाई देश की शान।


25 दिसम्बर को जन्म लिया दोनों ने, प्रकाश पुंज से चमक उठी धरा।

शंखनाद गूंज उठा गगन में, दोनों ने तम को दूर करा।


चहुँ ओर फैल गए भारत में, बरगद सी शाखा बनकर।

भारत को सुदृढ़ बनाया, हिंदी कवि व नेता बनकर।


अटल जी बने राष्ट्रीय सेवक संघ, प्रारम्भ किया जनतंत्र गठबंधन।

थे हिन्दू राष्ट्रवाद के समर्थक, किया मदन मोहन जी ने आंदोलन।


इतिहास में इनका नाम अमर है, कहलाये भारत के अनमोल रत्न।

मकरन्द जैसी कविताएं प्रकाशित कर, उजागर हुए मदन मोहन।


हमारे जीवन के हैं प्रेरणादायी महारथी, बढ़ाया दोनों ने हिंदुस्तान का मान।

पत्रकार, कवि, समाजसुधारक बनकर, अपनी मातृभूमि के किया उत्थान।


इन दोनों महापुरुषों को हमारा, वंदन और अभिनन्दन है।

आज हमें गर्व दोनों पर, बारम्बार वंदन ही वंदन है।


स्वरचित मानसी मित्तल

शिकारपुर, जिला बुलंदशहर (उत्तर प्रदेश) 



Comments