एंटीप्रेट्रिक गुण से युक्त केले की जड़ का शरीर पर शीतलन प्रभाव होता है। जिससे आपके शरीर के उच्च तापमान को कम करने में मदद मिल सकती है।
कैल्शियम, पोटेशियम एवं विटामिन से भरपूर केले के फायदों के बारे में तो आपने अक्सर सुना ही होगा। केला एक प्राकृतिक एनर्जी बूस्टर भी है। लेकिन आपको बता दें कि सिर्फ केला ही नहीं, बल्कि केले के पेड़ की जड़ के भी बहुत फायदे बताए गए हैं। केले के पेड़ की जड़ कई तरह की बीमारियों से भी छुटकारा दिलाने में सक्षम है। केले की जड़ में विटामिन ए, बी, सी, टैनिन, नॉर-एपिनेफ्रीन, सेरोटोनिन आदि पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। तो आइए जानते हैं कि केले की जड़ के इस्तेमाल से हमें कौन-कौन से लाभ मिल सकते हैं...
-मस्तिष्क की नसों की सूजन को दूर करने अथवा मस्तिष्क को स्वस्थ बनाए रखने के लिए भी केले की जड़ का उपयोग करना अच्छा माना जाता है। मस्तिष्क की नसों में सूजन आना एक बहुत ही घातक समस्या है। इसलिए इस समस्या के निपटान के लिए केले की जड़ का उपयोग करने के लिए लगभग 200 ग्राम केले की जड़ को अच्छी तरह पानी से धो लें। अब इसे जड़ में थोड़ा सा पानी मिलाकर इसका पेस्ट बना लें और इसके रस को निकाल लें। इस रस के नियमित सेवन से यह आपके मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है।
-केले की जड़ का उपयोग गैस्ट्रिक एसिड को बनने से रोकती है, जिससे अल्सर रोग की रोकथाम में मदद मिल सकती है। इसलिए आयुर्वेद में पेट से संबंधित कई परेशानियों के लिए केले की जड़ का उपयोग किया जाता है।
-केले की जड़ में पर्याप्त पोषक तत्वों की मौजूदगी के कारण यह कई स्वास्थ्य समस्याओं से छुटकारा दिलाने में सहायक है। कई बीमारियों के इलाज में इसका दवा के रूप में भी उपयोग किया जाता है। जिनमें मूत्राशय में संक्रमण, हेमेटुरिया अथवा मूत्र के साथ खून आना जैसी समस्याएं शामिल होती हैं।
-पुरानी से पुरानी सूजन से मुक्ति पाने के लिए आयुर्वेद उपचार में केले की जड़ का उपयोग किया जाता है। जिसे एक पारंपरिक दवा के रूप में जाना जाता है। गले की सूजन से पीड़ित व्यक्ति केले की जड़ का उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए आप केले की जड़ को अच्छे से धोकर साफ कर लें। अब इसे पीसकर उसका पेस्ट तैयार कर लें। और पेस्ट को निचोड़कर इसका रस निकाल लें। इस रस में थोड़ा सा पानी मिलाएं और गरारे करें। दिन में 3-4 बार इस पानी से गरारे करने पर आपकी सूजन कम हो जाएगी।
-एंटीप्रेट्रिक गुण से युक्त केले की जड़ का शरीर पर शीतलन प्रभाव होता है। जिससे आपके शरीर के उच्च तापमान को कम करने में मदद मिल सकती है। केले की जड़ के उपयोग से रक्त के प्रवाह को तेज करके बुखार से आराम दिलाने में मदद मिल सकती है और साथ ही शरीर की गर्मी को त्वचा छिद्रों से पसीने के रूप में बाहर निकाला जा सकता है।
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