गरुड़ पुराण : सनातन हिन्दू धर्म में मृत्यु के बाद गरुड़ पुराण के श्रवण का प्रावधान है.
गरुड़ पुराण वैष्णव सम्प्रदाय से सम्बन्धित एक महापुराण है. यह सनातन धर्म में मृत्यु के बाद सद्गति प्रदान करने वाला माना जाता है. इसलिये सनातन हिन्दू धर्म में मृत्यु के बाद गरुड़ पुराण के श्रवण का प्रावधान है. इस पुराण के अधिष्ठातृ देव भगवान विष्णु हैं. इसमें भक्ति, ज्ञान, वैराग्य, सदाचार, निष्काम कर्म की महिमा के साथ यज्ञ, दान, तप तीर्थ आदि शुभ कर्मों में सर्व साधारण को प्रवृत्त करने के लिये अनेक लौकिक और पारलौकिक फलों का वर्णन किया गया है. इस पुराण में यह भी बताया है कि वे कौन से कर्म हैं जिसकी वजह से व्यक्ति के जीवन में दरिद्रता आती है.
गंदे कपड़े पहनना- गरुड़ पुराण के मुताबिक, यदि कोइई व्यक्ति गंदे और मैले कपड़े पहनता है तो माता लक्ष्मी उससे काफी नाराज रहती हैं. माता लक्ष्मी वहीं रहती है जहां साफ-सफाई होती है.
दूसरों में कमियां निकालना- गरुड़ पुराण के मुताबिक, जो लोग हमेशा दूसरों में कमियां निकालते हैं उनके लिए बुरा भला बोलते हैं. उनसे भी माता लक्ष्मी नाराज रहती है. जिससे उनके जीवन में दरिद्रता आती है.
सुबह देर तक सोना- गरुड़ पुराण के मुताबिक, जो व्यक्ति सूर्योदय के बाद भी देर तक सोता है ऐसे व्यक्ति के जीवन में तमाम कोशिशों के बाद भी जीवन में हमेशा धन की कमी रहती है.
पैसों पर घमंड करना- गरुड़ पुराण कहता है कि यदि किसी व्यक्ति को अपने धन का घमंड हो जाये तो ऐसे लोगों की बौद्धिक क्षमता कमजोर हो जाती है. ऐसे लोग अपने पैसे को बेकार की चीजों में खर्च कर दरिद्रता को बुलावा देते हैं.
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