आईपीएस ने केंद्रीय मंत्री से कहा कि 'अगर मैं सबको इसी तरह अनुमति दे दूं तो फिर यहां ट्रैफिक जाम हो जाएगा। आप इसके जिम्मेवार होंगे क्या आप यह जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार हैं?'
यतीश चंद्र की गिनती उन चंद साहसी अफसरों में होती है जिनके बेहतरीन काम का लोहा सभी मानते हैं। यतीश चंद्र के बारे में कहा जाता है कि वो कानून का सख्ती से पालन करवाने के लिए जाने जाते हैं। स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद यतीश चंद्र ने बापू जी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में एडमिशन लिया। बीटेक की डिग्री पूरी करने के बाद उन्हें कैंपस प्लेसमेंट में साफ्टवेयर इंजीनियर के तौर पर सलेक्ट कर लिया गया। यतीश चंद्र ने बाद में यूपीएससी की तैयारी शुरू की और सिविल सर्विसेज परीक्षा 2010 में सफलता भी हासिल की थी।
बात उस वक्त की है जब यतीश चंद्र थ्रिसूर जिले में पुलिस के मुखिया थे। उस वक्त नीलाक्कल क्षेत्र में स्थित सबरीमाला मंदिर का चार्ज दिया गया था। उस वक्त मोदी सरकार में केंद्रीय राज्यमंत्री राधाकृष्णन अपने काफिले के साथ सबरीमाला मंदिर में जाना चाहते थे। उस वक्त वहां ड्यूटी पर मौजूद आईपीएस अफसर यतीश चंद्र ने उन्हें रोका। इसके बाद केंद्रीय मंत्री ने यतीश चंद्र से पूछा कि वो मंदिर के अंदर प्रवेश क्यों नहीं कर सकते?
इसपर यतीश चंद्र ने उनसे कहा था कि हालिया बाढ़ की वजह से मंदिर के नजदीक बने पार्किंग ग्राउंड में पानी भर गया है। वहां लैंडस्लाइड का भी खतरा है। लेकिन राधाकृष्णन मंदिर में अंदर जाने के लिए अपनी बात पर अड़े हुए थे। इसपर यतीश चंद्र ने कहा था कि ‘ठीक है मैं तैयार हूं। अगर मैं सबको इसी तरह अनुमति दे दूं तो फिर यहां ट्रैफिक जाम हो जाएगा। आप इसके जिम्मेवार होंगे क्या आप यह जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार हैं?’ हालांकि इसके बाद केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नहीं मैं यह जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार नहीं हूं। इसपर यतीश चंद्र ने मुस्कुराते हुए कहा कि यहां यहीं चीज हो रही है..कोई जिम्मेदारी नहीं लेना चाहता है।
इसके बाद भाजपा नेता भड़क गए थे। इस पूरी बहस का एक वीडियो भी वायरल हुआ था। जिसमें आईपीएस अफसर ने साफ कहा था कि वो निजी वाहनों को मंदिर परिसर में प्रवेश की इजाजत नहीं दे सकते हैं। इस घटना का जब वीडियो वायरल हुआ था तब आईपीएस के काम की सभी ने तारीफ की थी।
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