बलिया। गर्मी किसी को भी पसंद नहीं आती है लेकिन गर्भवती महिलाओं के लिए ये ज्यादा परेशानी का सबब बन सकती है। गर्मी की वजह से डिहाइड्रेशन हो सकता है जो कि गर्भावस्था के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। इस वजह से हाइड्रेट रहना बहुत जरूरी है। अत्यधिक गर्मी के कारण गर्भवती महिलाओं में हाइपरथर्मिया हो सकता है जिसमें आर बार बुखार रहता है। कुछ स्टडी में सामने आया है कि गर्म तापमान के कारण मृत बच्चे का जन्म, समय से पहले शिशु का जन्म और शिशु का वजन कम होने की समस्या हो सकती है कैनेडियन मेडिकल एसोसिएशन जरनल में प्रकाशित हुई एक नई स्टडी के अनुसार गर्भावस्था के आखिरी महीनों में गर्मी की वजह से जेस्टेशनल डायबिटीज का खतरा तीन गुना फीसदी ज्यादा होता है।
क्या है जेस्टेशनल डायबिटीज
जैस्टेशनल डायबिटीज एक ऐसी स्थिति है जो गर्भावस्था के दौरान पैदा होती है। आमतौर पर ये एक अस्थायी अवस्था है। जिन महिलाओं में टाइप 2 डायबिटीज का अधिक खतरा हो उनमें बाद में सेहत संबंधित समस्याओं का जोखिम बढ़ जाता है। एक स्टडी में जेस्टेशनल डायबिटीज का संबंध पोस्टपार्टम डिप्रेशन से बताया गया है। इसकी वजह से जन्म के समय शिशु के अधिक वजन होने, समय से पहले जनम और शिशु को आगे टाइप 2 डायबिटीज का खतरा भी रहता है।
सर्दी में प्रेगनेंसी क्यों रहती है बेहतर
स्टडी की मानें तो ठंडे तापमान में इंसुलिन सँसेटिविटी में सुधार आता है और शरीर के वसा वाले ऊतक सक्रिय रहते हैं। अन्य प्रकार के फैट से विपरीत ब्राउन फैट कैलोरी को कम करने में मदद करता है और डायबिटीज एवं मोटापे जैसी चयापचय से संबंधित समस्याओं को रोकता है।
गर्भावस्था के दौरान एक महिला को यूं तो कई तरह की समस्याओं से गुजरना पड़ता है लेकिन गर्मियों का मौसम उनकी इन परेशानियों को और बढ़ा सकता है। इस मौसम में हमेशा ठंडा खाने और पीने का मन करता है लेकिन गर्भावस्था के दौरान ज्यादा ठंडी चीजें खाने से सूजन की समस्या हो सकती है। इसके अलावा इस मौसम में वजन, सूजन बढ़ाना, ब्लड प्रेशर की समस्या और दूसरी परेशानियां हो सकती है। सारी ठंडी चीजें कैलोरी और चीनी से भरपूर नहीं होती हैं। आप केले या खीरे को ठंडा करके खा सकती हैं। इसके अलावा आप थोड़े से पीनट बटर या फलों में ठंडा दही मिला कर भी खा सकती हैं। आप किसी भी तरह की बेरीज को फ्रीज कर सकती हैं और उन्हें पानी या शिकंजी में डालकर पी सकती हैं। ये सब चीजें आपको गर्मी से राहत देगी। गर्भावस्था में खासकर गर्मी के मौसम में जीस, जैगिंग्स या मोटी लैगिग्स न पहने, मैक्सी ड्रेसेज या फिर पलले-सूती कपड़े पहने। कुल मिलाकर हल्के रंग के ढीले कपड़े पहनने से आपके शरीर को आराम मिलेगा। सैंडल्स, फ्लिप-फ्लॉप्स जैसे फुटवियर पहने जो आगे से खुले हुए हो और इससे आपके पैर ठंडे रहेंगे। उन्हें हवा लगेगी और उनमें सूजन नहीं आएगी-नमक की वजह से शरीर में अतिरिक्त पानी इकट्ठा हो जाता है जो बाद में सूजन का कारण बनता है। रेडी टू ईट खाने में सोडियम काफी मात्रा में होता है इसलिए आप कोई भी चीज खाने से पहले उसका लेबल जरूर पढ़ लें। कच्ची सब्जियों और फल की मात्रा को अपनी डाइट का हिस्सा बनाएं। गर्मियों में डीहाइड्रेशन की समस्या सामान्य तौर पर हो जाती है, गर्भवती को तो खासकर इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि भरपूर मात्र में पानी और अन्य तरल पीएं ताकि आप खुद को गर्मी से बचा सकें। इसके अलावा बिना चीनी मिले हुए जूस भी पी सकती हैं, जब भी आपको बहुत ज्यादा गर्मी लगने लगे, आप शॉवर के नीचे खड़ी हो जाएं और बाल गीले करना न भूलें इससे आप खुद को ठंडा महसूस करने के साथ-साथ साफ भी महसूस करेगी।
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