कई दिक्कतों को दूर कर फेफड़ों को ठीक करता है लहसुन, जानें चबाकर खाएं या पानी से निगलने पर मिलेगा ज्यादा फायदा


लहसुन के बारे में ऐसे बहुत ही कम लोग होंगे, जो इसके फायदों के बारे में नहीं जानते होंगे। हर भारतीय रसोई में पाया जाने वाला लहसुन न केवल स्वाद का तड़का लगाने का काम करता है बल्कि आपको कई स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान करता है। आयुर्वेद के मुताबिक, लहसुन से मिलने वाले स्वास्थ्य लाभों में ब्लड प्रेशर को कम करना, कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल करने, ह्रदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और कुछ प्रकार के कैंसर को रोकने में मदद करता है। लहसुन का प्रयोग औषधि के रूप में भी किया जाता है हालांकि इसे कैसे खाना चाहिए चबाकर या निगलकर लोगों की इसपर अलग-अलग राय है। लहसुन में प्राकृतिक एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं साथ ही इसमें कुछ एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होते हैं, जो इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं। लहसुन में मौजूद गुण कैंसर, हृदय रोग, पेट संबंधी रोगों और फेफड़ों के दोषों को दूर करने के लिए भी जाना जाता है बस इसके सेवन का सही तरीका पता होना चाहिए। इस लेख में हम आपको ये बताने जा रहे हैं कि लहसुन कैसे आपके फेफड़ों को ठीक कर आपको सांस संबंधी समस्याओं से दूर रखता है और इसे कैसे खाना चाहिए।


लहसुन से होने वाले फायदे और इसे कैसे खाएं फेफड़े संबंधी रोगो में फायदेमंद आयुर्वेद के मुताबिक, लहसुन का सेवन अस्थमा रोग सहित विभिन्न फेफड़े संबंधी रोगो में फायदेमंद होता है। लहसुन कफ और वात प्रकोप के कारण होने वाले रोगों में भी फायदेमंद माना जाता है। लहसुन इन दोनों समस्याओं से छुटकारा दिलाकर आपके फेफड़ों को स्वस्थ बनाने का काम करता है।


दिल के लिए लाभकारी लहसुन नियमित रूप से लहसुन का सेवन हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम कर हृदय रोगों में भी फायदा पहुंचाता है। यही कारण है कि हार्ट अटैक के मरीजों को नियमित रूप से लहसुन खाने की सलाह दी जाती है। दरअसल लहसुन का नियमित सेवन शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है और आपके दिल को स्वस्थ बनाने का काम करता है।


पाचन क्रिया को दुरुस्त बनाने में मदद करता है लहसुन पाचन संबंधी रोगियों को सब्जी में लसहुन का उपयोग करने से काफी आराम मिलता है, खासकर जब आप पेट फूलने या गैस बनने की समस्या से परेशान होते हैं।


चबाकर खाएं लहसुन या निगलकर? एक शोध में सामने आया है कि लहसुन को चबाकर खाने से कोलेस्ट्रॉल, ट्राइग्लिसराइड, एमडीए, सिस्टोलिक और डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर कम हो सकता है, भले ही आप कितनी मात्रा में ही फैट का सेवन क्यों न कर रहे हों। लेकिन लहसुन को निगलने से सीरम लिपिड (TG, Chol, LDL और HDL), डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर और साइक्लोस्पोरिन सीरम स्तर पर कोई महत्वपूर्ण प्रभाव नहीं पड़ता है। अध्ययन के मुताबिक, ऐसा इसलिए है क्योंकि एलिसिन, एलिन में परिवर्तित नहीं हो पाता है। लहसुन से आने वाली अनूठी गंध एलिसिन के निकलने के कारण ही आती है।


अध्ययन के निष्कर्ष में शोधकर्ताओं ने पाया कि लहसुन को चबाने से कुल कोलेस्ट्रॉल, ट्राइग्लिसराइड, एमडीए (लिपिड पेरोक्सीडेशन) और ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद मिलती है, जिनकी हृदय रोग में महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसलिए लहसुन का सेवन इन बीमारियों को रोक सकता है।


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